रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। नेशनल एसोसिएशन फ़ॉर ब्लाइंड एवं रेनू विद्या मंदिर, बहालगढ़ सोनीपत के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय नेशनल लेवल वेबनार को वर्चुअल मोड में संचालित किया गया ।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ भूषण पुनानी ने अपने संबोधन में कहा कि यह रेनू विद्या मंदिर का बेहतर प्रयास हैं। सीबीरआर इंक्लूशन मॉडल पर वर्चुअल वेबिनार कार्यक्रमएक सार्थक पहल हैं। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ द्वारा समुदाय आधारित पुनर्वास की शुरुआत विकलांगों और उनके परिवार के जीवन स्तर को बढ़ाने उनकी बुनियादी जरूरतों को पूरा करनेके रूप में की गई थी।
सीबीआर विकलांग व्यक्ति लोगों के अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में कार्यान्वयन और समुदाय आधारित समावेशन का समर्थन करने के लिए एक व्यवहारिक रणनीति है।शुरुआत में सीबीआर प्रथम प्राथमिक रूप से एक सेवा विवरण कार्यक्रम के रूप में थी, जो प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल और सामुदायिक संसाधनों का इस्तेमाल उपयोग का साधन हुआ करता था।ऐसे शिविर का उद्देश्य प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल और पुनर्वास विभाग को विकलांग व्यक्तियों के करीब लाया गया है।ध्वनि गुप्ता ने मुख्य अतिथि, प्रतिभागी गण का हृदय से स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए कहॉ कि इस प्रकार का यह आयोजन हरियाणा एवं समीपवर्ती राज्यों के लिए लाभकारी रहेगा।
इस कार्यक्रम के आर्गेनाइजेशन सचिव डॉ. देवानंद पांडे ने कहा कि प्रथम तकनीकि सत्र में प्रीति दहिया ने इंक्लूज़न पर अपने प्रस्तुतीकरण देकर प्रतिभागी गणों के जिज्ञासा को फलीभूत किया।दूसरे रीसॉर्स पर्सन डॉक्टर धीरज कुमार ने दिव्यांग जन के लिए पॉलिसी पर अपनी प्रस्तुति दी। तीसरे रीसॉर्स पर्सन श्आकांक्षा ने समावेशी शिक्षा पर अपने व्याख्यान दिया।विजेंदर कुमार ने समुदाय आधारित उपागम पर अपना व्याख्यान दिया। इंदु राणा ने आए हुए मुख्य अतिथिगण, प्रतिभागीगण को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के टेक्निकल टीम कार्यक्रम में मॉडरेटर की भूमिका प्रवीण कुमार, जसविंदर मलिक, नेहा तनेजा ने क़िया। काजल अरोड़ा, ज्योति तुषीर, विजेंदर सिंह सहित सैकड़ों प्रतिभागीगण इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे ।