कोविड संक्रिमत रोगियों के लिए फोर-टी जरूरी
सांपला, महेश कौशिक। गांवों के अंदर अधिकतर परिवार ऐसे है, जिनमें एक रसोई और एक ही शौचालय है और रहने के लिए लिए सीमित कमरे है। ऐसे में अक्सर कोविड मरीजों को आइसोलेट करने के लिए जगह ही नहीं होती। जिसके चलते वो पूरा परिवार संक्रमित होने का खतरा बना रहता है व आस पडोस के लोगों भी कोराना संक्रमित हो सकते हैैं। ख्ंाड विकास एवं पचंायत अधिकारी सुमित बेनीवाल ने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार खंड के सभी चिन्हित गांवों में कोविड होम आइसोलेशन सैंटरों स्थापित किए गए है। इस बारें में जानकारी देते हुए सुमित बेनीवाल ने बताया कि महामारी के इस दौर मे थोडी सी भी लापरवाही स्वयं के साथ-साथ परिवार व समाज के लिए भी घातक हो सकती है।
इसलिए सावधानी पूर्वक रहने में ही बचाव संभव है। जिले के आला अधिकारी भी इन होम आईसोलेशन केंद्रों का निरीक्षण कर रहे है। होम आइसोलेशन सैंटरों के निरीक्षण कर वहां दवाइयां, बैड, पेयजल, बिजली, शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। इस संबंध में ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे हैै। आज उन्होंने खंड के गांव भैसरू कलां में बनाये गए होम आईसोलेशन केंद्र का निरीक्षण किया और सभी सुविधाओं के लिए संतोष जताया। गांव की सरपंच मीना देवी ने गांव में कोरोना को लेकर अब तक लगवायें गये वैक्सीनेशन कैंप और जांच कैंपों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि गांव में प्रशासन के साथ-साथ युवाओं का अहम योगदान रहा है। जिसके चलते गांव में पहले व दूसरे चरणों की डोज के कैंप लग चुके हैं। सरंपच मीना देवी ने ग्रामीणों के आग्रह पर सरकार से मांग की है कि युवाओं को दी जाने वाली वैक्सीन की डोज ज्यादा से ज्यादा गांव को दी जाये। इस बारे में उन्होंने कहा कि वे जल्द उपायुक्त से मिलकर गांव में युवाओं के लिए दी जाने वाली डोज का प्रबंध करवायेगें।
क्या है फोर-टीरू ट्रैक, टाईम, टैस्ट, ट्रीटमैंट, ख्ंाड विकास अधिकारी ने कहा कि ग्रामीणों को गला खराब, जुकाम, खांसी और बुखार आदि लक्षण हैं वे तुरंत कोरोना संबंधी दवाएं लेना शुरू कर दें। समय पर लिया गया उपचार गंभीर स्थिति से बचाव करेगा और अस्पताल में दाखिल होने की नौबत नहीं आएगी। उन्होंनें कहा कि ट्रैक, टाईम, टैस्ट और ट्रीटमैंट के फार्मूले से इस ही महामारी पर काबू पाया जा सकता है। लक्षण आते ही हमें पता होना चाहिए हमें बुखार, खांसी कब से है और तुंरत अपना टैस्ट करवाये और उसका ट्रीटमैंट ले। गांव के लोग इस बात को हल्के में ना ले बुखार या अन्य लक्षण होने पर तुरंत गांव के होम आईसोलेशन केंद्र पर गांव के स्वास्थ्य कर्मी से संपर्क करे। गांव के सरपंच और गणमान्य व्यक्ति कोरोना लक्षण वाले लोगों को प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई जा रही कोविड दवाई के बारे में जानकारी देने के साथ इसे लेने के लिए प्रेरित भी करें। इस अवसर पर उनके साथ सचिव महेश कौशिक, समाज सेवी सुशील कौशिक, एएनम अनीता, स्वास्थ्य कर्मी नरेद्र, राजसिंह आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।