सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले केवल राजनीति कर रहे हैं : एडवोकेट नेहा धवन
राजेश सलूजा, हिसार। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता पैनालिस्ट एडवोकेट नेहा धवन ने इस महामारी के संकट काल में हिसार में हुई आंदोलनकारियों द्वारा उग्र प्रदर्शन की घोर निंदा की है। प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए एडवोकेट धवन ने कहा कि मुश्किल के समय में तो दुश्मन का भी साथ देना चाहिए। यह हमारी भारतीय संस्कृति है। मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार निरंतर राज्य को इस आपदा के समय में डूबने से बचाने के प्रयासों में लगी है। जहां वह कोरोना से निपटने के लिए नए अस्पतालों का निर्माण करवा रहे है, दवाइयां, ऑक्सीजन उपलब्ध करवा रहे है, सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड की वृद्धि जैसे कार्यों में लगे है, लेकिन किसान आंदोलन के नाम पर कुछ लोग इस तरह का प्रदर्शन कर रहे हैं जो कि अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा कि सरकारी संपत्ति जनता के इस्तेमाल के लिए है। सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का काम जो भी करता असामाजिक तत्व ही हैं।
प्रदर्शनकारियों के साथ-साथ पुलिस के जवानों को भी चोटें आई हैं। हिसार, करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद आदि जगहों पर कोरोना की स्थिति को नजरअंदाज करते हुए प्रदर्शन, रोड जाम करना कहां तक संगत है। बैरिकेट तोडऩा, नहर में फेंकना, अस्पताल तोडऩे की कोशिश करना, पुलिस पर पथराव और ट्रैक्टर चढ़ाना जैसी घटनाएं इस आंदोलन को निंदनीय बना रही हैं। नेहा धवन ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा और दीपेंद्र हुड्डा के बयानों पर कहा कि अगर आज प्रदेश में कांग्रेस की सरकार इस वक्त होती तो भी क्या इस महामारी के समय कानूनों की अवहेलना करने वालों के प्रति यह सभी नेता इस तरह की ओछी राजनीतिक रुख अपनाते। प्रदेश भाजपा सरकार जनता को स्वास्थ्य लाभ देने के लिए सुविधाएं दे रही है, जो इन कांग्रेसी नेताओं को किसानों को उकसाने का काम लग रहा है। नेहा धवन ने कहा कि यह तो कांग्रेस, राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढूनी जैसे नेताओं कि अपनी राजनीति चल रही है।