-कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रत्येक गांव में बनाई गई ग्राम समन्वय समिति, -बीपीएस खानपुर के प्रशिक्षित डॉक्टर स्वयं कॉल कर होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीजों की कर रहे है मॉनिटरिंग
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। उपायुक्त पूनिया ने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कोविड टेस्ट के लिए युद्घ स्तर पर कार्य किया जा रहा है। जिला में सभी गांव व शहरों में लोगों को कोविड टेस्ट करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीमों का गठन किया गया है जो प्रत्येक गांव-गांव व शहरों में जाकर लोगों का कोविड टेस्ट करेंगी। प्रतिदिन 05 हजार से उपर लोगों का कोविड टेस्ट करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उपायुक्त ने गुरूवार को लघु सचिवालय में प्रैसवार्ता को संबोधित कर रह थे। उपायुक्त ने कहा कि होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीजों को घर पर ही ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने के लिए रेडक्रॉस व स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त रूप से टीम बनाई गई है जो होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीजों को उचित समय अवधि में घर पर ही ऑक्सीजन उपलब्ध करवा रही है। इसके अलावा इस टीम में कार्य करने वाले स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों द्वारा होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीजों के स्वास्थ्य की भी जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीजों को ऑक्सीजन प्राप्त करने के लिए पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होता है। होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीजों की प्रतिदिन मॉनिटरिंग करने के लिए बीपीएस मेडिकल कॉलेज में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है जिसमें बीपीएस मेडिकल कॉलेज के 200 प्रशिक्षित डॉक्टरों की 15 टीमें बनाई गई है जो तीन-तीन घण्टों की शिफ्टों में कार्य कर रही हैं। ये टीमें प्रतिदिन होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीजों का कॉल करती है और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त करती है, ताकि किसी मरीज को स्वास्थ्य से संबंधित कोई परेशानी न हो। उपायुक्त ने कहा कि गांव में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सभी गांवों में ग्राम समन्वय समितियां बनाई गई है, जिसमें गांव के सरपंच, नंबरदार, आशा वर्कर, एनएनएम, आगनवाड़ी वर्कर तथा ग्राम सचिव को शामिल किया गया है। अगर किसी व्यक्ति का ऑक्सीजन लेवल कम पाया जाता है तो डाक्टर की सलाह अनुसार उसका कोविड टेस्ट किया जाएगा। यह टीम गांव में मिलने वाले पोजिटिव मरीजों पर भी निगरानी रखेगी। उपायुक्त ने कहा कि जिन गांवों में 15 या इससे अधिक कोविड के पोजिटिव मरीज है ऐसे 35 गांवों को चिह्निïत कर हॉट स्पॉट की सूची में शामिल किया गया है। इन सभी गांवों में आईसोलेशन सेंटर की व्यवस्था की गई। इन गांव स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड टेस्ट तथा टीकाकरण के लिए कैंपों को आयोजन किया जाएगा। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों का कोरोना की वैक्सीन लग सके और उन्हे कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके।
उन्होंने कहा कि इन गांव में सामान्य लक्षण मिलने वाले ऐसे मरीज जिनके घर में होम आईसोलेशन में रहने के लिए अलग कमरा तथा शौचालय की व्यवस्था नहीं है तो उन्हें गांव में ही बनाए गए आईसोलेशन केन्द्र में रखा जाएगा। उपायुक्त पूनिया ने बताया कि जिला का ऑक्सीजन कोटा 15 मीट्रिक टन है और जिला के सभी अस्पतालों को उचित मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है। उपायुक्त ने कहा कि गांवों में लोगों की सुविधा के लिए रोडवेज की 05 मिनी बसों को एंबुलेंस का रूप दिया गया है। इन बसों में 20 ऑक्सीजन बेड्स की व्यवस्था की गई है। उपायुक्त ने पुलिस अधीक्षक जश्नदीप सिंह रंधावा को निर्देश दिए कि जिला के सभी गांवों व शहरों में पुलिस गश्त को बढाया जाए और बिना मूवमेंट पास के अनावश्यक कार्य से घूमने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को किसी कार्य से बाहर जाना है तो वह सरल हरियाणा पोर्टल पर अपना पास बनवाने के लिए अप्लाई करें और मूवमेंट पास को लेकर ही घर से बाहर निकले। उपायुक्त ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति बिना किसी कार्य के बाहर न निकले अगर किसी कार्य से उसे बाहर जाना भी पड़ता है तो वह मास्क का प्रयोग करने के साथ-साथ सामाजिक दूरी का भी पालन करें।
प्रैसवार्ता में पुलिस अधीक्षक जश्नदीप सिंह रंधावा ने कहा कि बिना मूवमेंट पास के अनावश्यक कार्य से घूमने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है अब तक 20 हजार से अधिक लोगों के बिना मास्क व पिछले 10 दिनों में 1200 से अधिक मोटर व्हीकल एक्ट के चालान तथा 110 गाडियों को एंपाउड किया गया है। इसके अलावा पिछले 10 दिनों में 203 लोगों पर सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन न करने पर एफआईआर दर्ज की गई है और 210 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस मुख्यालय से जिला को 20 गाडिया मुहैया करवाई गई है जो जरूरत पडऩे पर एंबुलेंस तथा गश्त के लिए कार्य करेंगी। अगर पुलिस के टोल फ्री नंबर 100 पर किसी व्यक्ति का कॉल आता है और उसे एंबुलेस की जरूरत पड़ती है तो इन गाडियों को भेजा जाता है। इसके अलावा शराब तस्करी को रोकने के लिए सभी शराब ठेकेदारों की मीटिंग कर उन्हें सख्त आदेश दिए गए है कि वे शराब की तस्करी न होने दें।