डीक्रस्ट यूनिवर्सिटी कोविड केयर सेंटर में मरीज को 10 दिन तक देखरेख में रखने के उपरांत ही छुट्टी दी जाएगी : उप-चिकित्सा अधिकारी स्वराज सरोहा
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। डीक्रस्ट यूनिवर्सिटी के कोविड केयर सेंटर में पुलिस कर्मचारी मनीषा ने कहा कि वह पूरी तरह से ठीक है और ड्यूटी पर जाने के लिए तैयार है। लेकिन चिकित्सकों द्वारा उनकी हिदायतानुसार पूरे दस दिन चिकित्सीय देखरेख में रखने की वजह से वे इस कोविड केयर सेंटर में जहां अच्छा महसूस कर रहे है। वहीं लोगों को संदेश देना चाहते हैं कि वे घरों में आईसोलेट ना होकर मुरथल केयर सेंटर में चिकित्सकों की देखरेख में एडमिट हों। मनीषा ने बताया कि वह स्वयं और उसकी माता श्रीमती सावित्री दोनों कोविड पोजिटिव थी और डाक्टरों की सलाह पर डीक्रस्ट यूनिवर्सिटी में एडमिट हो गई। यहां पर डॉक्टरों की टीम सभी मरीजों के उपर पूरी निगरानी से कार्य कर रही हैं। उनकी दिनचर्या के बारे में हर रोज काउंसलिंग की जाती है। उन्हें उत्तम एवं पोष्टिïक आहार समय पर उपलब्ध करवाया जाता है। इतना ही नहीं यूनिवर्सिटी का वातावरण बहुत ही अच्छा है। जिन्हें मानसिक रूप से भी शकून प्राप्त होता है। आज जब स्वयं उपायुक्त श्याम लाल पूनिया ने डॉक्टरों की टीम एवं स्वैच्छिक संस्थाओं की टीम के साथ दौरा कर जब मुझसे पूछा गया तो मुझे बहुत ही अच्छा महसूस हुआ कि जिले के आला अधिकारी उनका कुशलक्षेम जानने के लिए स्वयं यहां पहुंचे हैं।
कोविड के मरीजों का ईलाज करके बड़ा अच्छा महसूस
इस अवसर पर मनीषा एवं उनकी माता ने एक सुर में कहा कि हम तो ठीक है अब तो हमें छुट्टी दे दो। इस पर डीक्रस्ट यूनिवर्सिटी कोविड केयर सेंटर की उप-चिकित्सा अधिकारी स्वराज सरोहा ने कहा कि मरीज को 10 दिन तक देखरेख में रखने के उपरांत ही छुट्टी दी जाएगी। यदि मरीज को किसी प्रकार की अन्य दिक्कत न हो इसलिए यह समय अवधि निर्धारित रखकर उसका पोष्टिïक आहार चार्ट तथा चिकित्सीय चार्ट तैयार करके रखा जाता है। मरीज की सभी रिपोर्ट भले ही सामान्य हो लेकिन उसे हम अपने प्रोटोकॉल के हिसाब से छुट्टी दे सकेंगे। कोविड केयर सेंटर की युवा डॉक्टर महक सरोहा ने बताया कि उनके द्वारा कोविड के मरीजों का ईलाज करके बड़ा अच्छा महसूस होता है कि मानवता के लिए हमने जो शिक्षा ग्रहण की है उसके अनुसार हम सेवा कर रहे हैं। इतना ही नहीं इस आपदा में हम राष्टï्र के कार्य कर रहे हैं तो स्वयं को बड़ा अच्छा महसूस होता है जिससे हम और अधिक मनोबल के साथ मरीजों से जुड़ाव करके बिमारी का ईलाज करने के साथ-साथ उनका मनोबल भी बढाते हैं।
इस कोविड सेंटर में नसीरपुर गांव से राजंवती के लडक़े ने बताया कि मेरी माता जी पूरी तरह से ठीक हैं और हमें यहां पर घर से भी अच्छा माहौल मिल रहा है। यह अतिश्योक्ति होगी कि मैं ये कहूं कि मुझे तो यहां पर मजा आ गया। अच्छा खाना, अच्छा माहौल, अच्छी चिकित्सीय सुविधा लेकिन मजबूरी है कि हमें सामाजिक ताने बाने में वापसी प्रवेश करने के लिए घर वापसी डाक्टरों के प्रोटोकॉल के हिसाब से ही प्राप्त होगी। हमने तो लिखकर भी दे दिया है कि हम पूरी तरह सुरक्षित है हमें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। इस अवसर पर उपायुक्त श्याम लाल पूनिया के साथ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० जेएस पूनिया, डॉ० दिनेश छिल्लर, डॉ० आदर्श शमा, स्वैच्छिक संस्था सेफ इंडिया फाउंडेशन के प्रधान संजय सिंगला, विपुल कुच्छल, वर्मा लैब से प्रवीण वर्मा सहित अन्य चिकित्सीय टीम उपस्थित थी।