-कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए अधिक पैसा वसूली करने वाले निजी अस्पतालों के विरूद्ध करेंगे कड़ी कार्रवाई, – कोरोना से लोगों के जीवन की रक्षा करने के लिए उठायें हर संभव कदम, – एक जिंदगी बचाना भी बड़ी कामयाबी, जिसमें नहीं छोड़ेंगे कोई कोर-कसर, -लघु सचिवालय में प्रशासनिक अधिकारियों व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक का आयोजन
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। कोरोना संक्रमितों के उपचार एवं कोरोना से बचाव के उद्देश्य से आवश्यक संसाधन जुटाने के लिए सांसद रमेश कौशिक ने 50 लाख रुपये की मंजूरी दी है। इस राशि से ऑक्सीजन तथा अन्य संसाधन और दवाई इत्यादि की उपलब्धता को सुनिश्चित किया जाएगा। सांसद ने कहा कि कोरोना वायरस की लड़ाई में पैसे की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी।
कोविड-19 कोरोना वायरस की रोकथाम तथा कोरोना मरीजों के उपचार को लेकर लघु सचिवालय में सोमवार को प्रशासनिक एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता सांसद रमेश कौशिक कर रहे थे। बैठक में विशेष रूप से संसाधनों में वृद्धि पर बल दिया गया, जिसके लिए सांसद ने तुरंत स्वीकृति प्रदान की। उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल तथा बीपीएस राजकीय महिला मेडिकल कालेज आदि स्वास्थ्य केंद्रों में जिस चीज की जरूरत है उसे पूरा किया जाए। संसाधनों की कमी के चलते किसी भी कोरोना संक्रमित को परेशानी नहीं होनी चाहिए। सांसद कौशिक ने निर्देश दिए कि कोरोना से लोगों के जीवन की रक्षा करने के लिए हर संभव कदम उठायें। एक जिंदगी बचाना भी बड़ी उपलब्धि होगी। हमें हर व्यक्ति के जीवन की रक्षा करनी है, जिसमें कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
उन्होंने कहा कि ऐसे समय में भी यदि कोई ऑक्सीजन तथा दवाई इत्यादि में किसी भी प्रकार की कालाबाजारी करता पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही यदि कोरोना के उपचार में अधिक चार्ज वसूलने वाले निजी अस्पतालों के विरूद्ध भी शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। निजी अस्पतालों को सिविल सर्जन के माध्यम से ऑक्सीजन का आवंटन व्यवस्थित तरीके से आवश्यकतानुसार किया जाए। सांसद कौशिक ने जानकीदास कपूर अस्पताल को भी कोविड अस्पताल बनाने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने कोरोना वायरस को लेकर जिला की पूर्ण स्थिति की गंभीरता से समीक्षा की। साथ ही उन्होंने कोविड हैल्पलाईन केंद्र बनाने के निर्देश भी दिए, जहां पर हर प्रकार की जानकारी मिल सके। इस अवसर पर कार्यवाहक उपायुक्त अशोक कुमार बंसल ने भरोसा दिलाया कि सभी दिशा-निर्देशों की पूर्ण अनुपालना की जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि विवाह समारोहों में 30 व्यक्तियों के सम्मिलित होने की ही अनुमति दी जाएगी। यदि ओपन स्पेस (खुले क्षेत्र) में कार्यक्रम होगा तो 50 व्यक्तियों की भागीदारी की अनुमति दी जाएगी।