रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन ने कहा कि जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का जीवन ही उनका संदेश है। उन्होंने दुनिया को पंचशील सिद्धान्त दिए, जिनका आज हर वर्ग, हर समाज के लोगों पर प्रभाव देखने को मिलता है। उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि व्व कोरोना संक्रमण के दौरान समाज के प्रति निस्वार्थ तरीके से अपना दायित्व निभाएं, ताकि पीडि़तों की मदद की जा सके। रविवार सुबह सेक्टर 15 स्थित जैन स्थानक परिसर में भगवान महावीर जयंती अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंची पूर्व मंत्री कविता जैन ने रेडक्रॉस की मदद से संचालित रक्तदान शिविर का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि तीर्थंकर महावीर स्वामी ने अहिंसा को सबसे उच्चतम नैतिक गुण बताया था। उन्होंने दुनिया को जैन धर्म के पंचशील सिद्धांत बताए, इसमें अहिंसा, सत्य, अपरिग्रह, अचौर्य (अस्तेय) और ब्रह्मचर्य का निर्वहन किसी भी व्यक्ति को धैर्यवान बनाता है।
भगवान महावीर ने अपने उपदेशों और प्रवचनों के माध्यम से दुनिया को सही राह दिखाई और मार्गदर्शन किया। भगवान महावीर ने अहिंसा की जितनी सूक्ष्म व्याख्या की, वह अन्य कहीं दुर्लभ है। पूर्व मंत्री कविता जैन ने कहा कि भगवान महावीर ने मानव को मानव के प्रति ही प्रेम और मित्रता से रहने का संदेश नहीं दिया अपितु मिट्टी, पानी, अग्नि, वायु, वनस्पति से लेकर कीड़े-मकौड़े, पशु-पक्षी आदि के प्रति भी मित्रता और अहिंसक विचार के साथ रहने का उपदेश दिया है। इस दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं से आह्वान किया कि पुन: कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए हमें सतर्क रहना होगा। इसके लिए हमें युवा वर्ग को विशेष तौर पर इसके लिए प्रेरित करना होगा।