48 वर्ष का हुआ सोनीपत शहर

48 वर्ष का हुआ सोनीपत शहर

49वां जन्मदिन मना रहा है सोनीपत; हर वर्ष शहर की कई संस्थाएं बड़े धूमधाम से मनाती थी सोनीपत जिले का जन्मदिन; कोरोना काल के चलते इस बार धूमधाम से नहीं मना जिले का जन्मोत्सव

रणबीर सिंह, रोहिल्ला, सोनीपत। हर साल जिस तरह हम अपना जन्मदिन मनाते हैं, उसी तरह शहर की कई संस्थाएं सोनीपत जिले का जन्म दिन मनाती आ रही हैं, जिसमें शहर के गणमान्य व्यक्ति शामिल होकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाते हैं। जिससे हमारे अन्दर अपने शहर के प्रति लगाव बढ़ता जा रहा है। सोनीपत शहर लगातार अपनी कामयाबी का इतिहास बना रहा है। हम आपको बता दें कि सोनीपत 22 दिसंबर 1972 में जिला बना था, इसलिए 22 दिसंबर को सोनीपत का जन्मदिन मनाया जाता है। प्रशासन चाहे तो वह विभिन्न आयोजन करवाकर इस दिन को अमर बना सकता है। वह इस दिन को ‘संकल्प दिवस’ के रूप में भी मना सकता है।

जिले के विकास की रूपरेखा सामने रखकर उस दिन संबंधित विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों को संकल्प करवाया जा सकता है कि वे जिले के विकास में किसी प्रकार की कोताही नहीं करेंगे। इस दिन स्कूल कालेज के छात्रों को आमंत्रित कर  विभिन्न प्रतियोगिताएं कराई जा सकती हैं। जन-जन को शिक्षित करने वाले अभियान शुरू किए जा सकते हैं। शिक्षाप्रद संदेश प्रसारित किए जा सकते हैं। यह एक सार्थक कदम साबित हो सकता है। जो जिले के विकास के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। जिले की विभिन्न सामाजिक संस्थाएं भी जिले के जन्मदिन के आयोजन में अपना सार्थक सहयोग देकर चार चांद लगा सकती हैं।

सभी मिलकर प्रयास कर रहे हैं उसी का नतीजा है कि सोनीपत तेजी से विकास कर रहा है। सोनीपत का पिछले हजारों सालों का अपना एक इतिहास रहा है। हमारा सभी का फर्ज बनता है कि शहर के विकास में सहयोग करें। शिक्षा के क्षेत्र में सोनीपत अपनी पहचान बनाए हुए हैं। आने वाले समय में सोनीपत ओर ज्यादा उन्नति व तरक्की करेगा। सारथी चेरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन सतपाल सिंह अहलावत, शिक्षाविद कृष्ण चन्द वत्स ने शहर वासियों को सोनीपत के जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अपना शहर स्वस्थ रहे, खुशहाल रहे और सुन्दर रहे। उन्होंने कहा कि पहले के मुकाबले सोनीपत शहर ने वर्तमान समय में काफी तरक्की की है। सोनीपत के युवाओं ने शिक्षा के साथ-साथ खेलों में भी प्रदेश का नाम देश के साथ विश्व में भी रोशन किया है।

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