रणबीर सिंह, सोनीपत। पेंशन बहाली संघर्ष समिति द्वारा सिंचाई विभाग का दौरा किया गया तथा विभाग के सभी अधिकारी व कर्मचारियों को एक नवंबर को पेंशन अधिकार दिवस पर पहुंचने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरे में प्रदेश मुख्य सलाहकार प्रमोद ईष्टकान, प्रदेश उपाध्यक्ष देवराज बाल्यान, जिला अध्यक्ष सोमदत्त सहित जिला कार्यकारिणी सदस्य भी थे। सिचांई विभाग में बोलते हुए पेंशन बहाली संघर्ष समिति हरियाणा के प्रदेश मुख्य सलाहकार प्रमोद ईष्टकान ने कहा कि सरकार द्वारा नई पेंशन योजना समाप्त न करने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। एनपीएस स्कीम लगातार कर्मचारियों के लिए मुसीबत बनती जा रही है। बाजार आधारित स्कीम होने की वजह से कर्मचारी अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहा है, क्योंकि शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव के कारण कर्मचारियों को एनपीएस के तहत अपना पैसा सुरक्षित नजर नहीं आ रहा। कोरोना वायरस के कारण शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई। लगातार कर्मचारी सरकार से पुरानी पेंशन की मांग कर रहे है, पर कोई हल नहीं निकला। कर्मचारी हार नहीं मानेगा, क्योंकि यह प्रदेश के दो लाख कर्मचारियों के भविष्य का प्रश्न है, सरकार को पुरानी पेंशन योजना बहाल करनी ही होगी।
उन्होंने कहा कि हर साल कर्मचारियों के वेतन का 10 प्रतिशत और इतना ही सरकारी खजाने से कर्मचारियों के पेंशन हेतु एनएसडीएल के माध्यम से बाजार में निवेश किया जाता है। एक तरफ जहां कर्मचारियों को जोखिम पूर्ण बाजार आधारित एनपीएस दी जा रही है। दूसरी तरफ प्रदेश के नेता लाखों रुपए पेंशन ले रहे हैं। वे जितनी बार भी विधायक या सांसद चुने जाते हैं उतनी ही बार उन्हें अलग-अलग पेंशन दी जाती है। देवराज बाल्यान प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि जब तक सरकार कर्मचारी को पुरानी पेंशन नहीं देती कर्मचारी पेंशन बहाली संघर्ष समिति के बैनर तले संघर्ष जारी रखेगा तथा अपना हक पुरानी पेंशन लेकर ही दम लेगा। बिजेन्द्र, तासिम, बिजेंद्र, गुरमीत, अरून सोलंकी, नवीन कुमार, साहिल, संजय, राहुल आदि ने कहा कि सरकार तुंरत पुरानी पेंशन लागु करे।