युवा पीढ़ी जीवन को नशे की लत से बर्बाद करने की बजाय राष्ट्र सेवा को करें समर्पित, राजीव जैन ने दिलाई युवाओं को नशाखोरी से दूर रहने की शपथ
रणबीर सिंह, सोनीपत। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती पर नमन करते हुए युवाओं को प्रोत्साहित किया कि जो युवा भगत सिंह को अपना आदर्श मानते हैं वे स्वयं को नशे से दूर रखने का संकल्प लें। भारत युवाओं का देश है, किंतु युवाओं का बड़े स्तर पर नशे की ओर अग्रसर होना चिंता का विषय है। राष्ट्र के नव निर्माण के लिए युवाओं को नशाखोरी से बचना होगा। बस अड्डा के निकट स्थित कबीर भवन में शहीद भगत सिंह की जयंती का आयोजन किया गया, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन शामिल हुए। उन्होंने शहीद की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए युवाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि युवा शक्ति में दुनियां को बदलने की ताकत विद्यमान है, किंतु इसके लिए उनकी दिशा सही होनी चाहिए। युवावस्था में ही शहीद भगत सिंह ने देश के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया, जिसके लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है। युवा उन्हें अपना आदर्श मानते हैं, लेकिन आज के युवाओं में भटकाव की स्थिति है। जैन ने कहा कि युवाओं में नशाखोरी की लत देखने को मिलती है। हाल ही में किए गए सर्वे में हरियाणा के दस जिले शामिल किये गये हैं जिनमें नशाखोरी पाई जाती है। इनमें सोनीपत जिला भी सम्मिलित है। यह हमारे लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। किंतु युवाओं नशे के मक्कडजाल से बाहर निकाला जा सकता है। इसके लिए युवाओं में दृढ़ इच्छाशक्ति को बल देना होगा।
नशे के आदी युवाओं की लत छुड़ाने के लिए उन्हें प्रोत्साहन देना होगा। इसके लिए सरकार व प्रशासन तैयार है। जैन ने युवाओं को प्रोत्साहित किया कि वे अपनी जवानी और जीवन को नशे की लत से बर्बाद न करें। अपितु अपने जीवन को राष्ट्र सेवा को समर्पित करें। हमारे समाज और देश को युवा शक्ति की जरूरत है। युवाओं को समाज व देश के लिए कुछ कर गुजरने का संकल्प लेकर आगे बढऩा चाहिए। उन्होंने कहा कि संपन्न परिवार भी नशाखोरी के चलते सडक़ पर आ जाता है। यदि किसी घर में एक व्यक्ति इस गंदी आदत का शिकार है तो वह पूरे परिवार को बर्बाद कर सकता है। अत: युवाओं को अपने परिवार की अवश्य सोचनी चाहिए। इस दौरान राजीव जैन ने जयंती समारोह में शामिल युवाओं को नशाखोरी से दूर रहने की शपथ भी दिलाई। इस मौके पर नरेश नायर, सुरजीत राठी, नवाब सिंह, राजपाल बामनिया, संदीप, सत्य मेहरा, राजू टेलर, अशोक बागड़ी, ओमप्रकाश चौहान, मयंक ग्रोवर, जयकंवार जैन, विभोर वधवा, कृष्ण झांब, बनारसी दास आदि गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।