कठिन परिश्रम के बल पर हेलेन केलर ने कई भाषाओं का ज्ञान अर्जित कर लिया था
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। रेणु विद्या मंदिर ने हेलेन केलर का 141वां जन्मदिवस ऑन लाइन मनाया। संस्थान के प्राचार्य देवानंद पांडेय ने कहा कि कहते हैं जब सारे दरवाजे बंद हो जाते हैं तो भगवान एक खिडक़ी खोल देता है, लेकिन अक्सर हम बंद हुए दरवाजे की ओर इतनी देर तक देखते रह जाते हैं कि खुली हुई खिडक़ी की ओर हमारी दृष्टि भी नहीं जाती। ऐसी परिस्थिति में जो अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से असंभव को संभव बना देते हैं, वो अमर हो जाते हैं। दृढ संकल्प वह महान शक्ति है जो मानव की आंतरिक शक्तियों को विकसित कर प्रगति पथ पर सफलता की इबारत लिखती है। मनुष्य के मजबूत इरादे दृष्टीदोष, मूक तथा बधिरता को भी परास्त कर देते हैं। अनगिनत लोगों की प्रेरणा स्रोत, नारी जाति का गौरव मिस हेलेन केलर शरीर से अपंग पर मन से समर्थ महिला थीं। उनकी दृढ इच्छा शक्ति ने दृष्टीबाधिता, मूक तथा बधिरता को पराजित कर नई प्रेरणा शक्ति को जन्म दिया। प्राचार्य देवानंद पांडेय ने बताया कि 27 जून 1880 को जन्म लेने वाली ये बालिका 6 महिने में घुटनों चलने लगी और एक वर्ष की होने पर बोलने लगी। जब 19 माह की हुईं तो एक साधारण से ज्वर ने हंसती-खेलती जिंदगी को ग्रहण लगा दिया। ज्वर तो ठीक हो गया किन्तु उसने हेलन केलर को दृष्टीहीन तथा बधिर बना दिया। सुन न सकने की स्थिती में बोलना भी असंभव हो जाता है। माता-पिता बेटी की ये स्थिती देखकर अत्यधिक दु:खी हो गये। ऐसा लगने लगा कि उनकी पुत्री पर किसी ने मुश्किलों का वज्रपात कर दिया हो। हेलन का बचपन कठिन दौर से गुजरने लगा, किसी को आशा भी न थी कि कभी स्थिति सुधर भी सकती है। एक दिन हेलेन की मां समाचार पत्र पढ रहीं थीं, तभी उनकी नजर बोस्टन की परकिन्स संस्था पर पडी। उन्होंने पुरा विवरण पढा। उसको पढते ही उनके चेहरे पर प्रसन्नता की एक लहर दौड़ गई और उन्होंने अपनी पुत्री हेलन का दुलार करते हुए कहा कि अब शायद मुश्किलों का समाधान हो जाए। हेलन के पिता ने परकिन्स संस्था की संरिक्षिका से अनुरोध किया, जिससे वे हेलेन को घर आकर पढाने लगी। यही से हेलेन केलर की जिंदगी में परिर्वन शुरु हुआ। केलर की अध्यापिका सुलीवान बहुत मुश्किलों से उन्हे वर्णमाला का ज्ञान करा सकीं। कठिन परिश्रम के बल पर उन्होंने लैटिन, फ्रेंच और जर्मन भाषा का ज्ञान प्राप्त कर लिया था। हेलेन केलर पर हिंदी सिनेजगत में फिल्म भी बन चुकी है।