पीपीई किट पहनने के बाद आठ घंटे लगातार काम करने में आ रही थी दिक्कत, डिजाईन में भी बदलाव करवाया जाएगा, बीपीएस मैडिकल कालेज में सोनीपत, पानीपत व जींद जिला के 101 कोरोना मरीजों का हो रहा है ईलाज
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। कोरोना कोविड-19 की जंग में मजबूती से लड़ाई लड़ रहे भगत फूलसिंह महिला मैडिकल कालेज खानपुर कलां के चिकित्सकों व अन्य स्टाफ को अब कोविड-19 वार्डों में चार-चार घंटे की शिफ्टों में तैनात किया जाएगा। इसके साथ ही उनके लिए बनाई गई पीपीई किट के डिजाईन में भी बदलाव करवाया जाएगा। यह निर्णय बुधवार देर सांय बीपीएस मैडिकल कालेज खानपुर कलां में आयोजित मीटिंग में लिया गया। मीटिंग में उपायुक्त डा. अंशज सिंह ने कहा कि मैडिकल कालेज में इस समय 101 कोविड-19 मरीजों का ईलाज चल रहा है। ऐसे में चिकित्सकों में वायरस का इंफेक्शन होना हमारे लिए गंभीर मामला है। ऐसे में हमें यह देखना होगा कि इसके पीछे क्या कारण रहें हैं? इस पर मैडिकल कालेज के चिकित्सकों ने बताया कि कोरोना वार्ड में जाने के लिए पीपीई किट पहननी पड़ती है। एक बार पहनने के बाद आठ घंटे की ड्यूटी में इसी निकाल नहीं सकते। इससे शौचालय तक जाने के लिए भी किट निकालनी पड़ेगी। इस पर निर्णय लिया गया कि आठ घंटे लंबा समय हो जाता है। ऐसे में चिकित्सा स्टाफ की ड्यूटी चार-चार घंटे में विभाजित की जाए। जैसे सुबह किसी चिकित्सक ने चार घंटे ड्यूटी की है तो उसके बाद वह शाम को चार घंटे की ड्यूटी करे।
पीपीई किट में किया जाएगा बदलाव
इसके साथ ही पीपीई किट को लेकर जताई गई असुविधा के बाद चार्ज अधिकारी के मकरंद पांडुरंग ने कहा कि किट का निर्माण कर रही कंपनी के प्रतिनिधि को बुलाकर चिकित्सकों की जरूरत के अनुसार इसमें बदलाव करवाया जाएगा। मीटिंग में कोविड मरीजों को दिए जा रहे खाने को और ज्यादा बेहतर करने के निर्देश भी दिए गए। इस दौरान निर्णय लिया गया कि कोरोना के मरीज काफी ज्यादा मानसिक दबाव में होते हैं। ऐसे में उन्हें लगातार मनोचिकित्सकों के माध्यम से प्रेरित किया जाएगा। इसके साथ ही वार्डों में बेहतर सुविधाएं, चद्दर इत्यादि लगातार बदलने सहित कई विषयों पर भी चर्चा हुई और इन्हें लागू करने का निर्णय लिया गया। इस दौरान रेजिडेंट डाक्टरों को मरीजों का इलाज करने में आ रही समस्याएं भी सुनी गई।
सैंपलों की जांच के लिए बढ़ाई जाएगी मशीन
मीटिंग के दौरान माईक्रोबायोलोजी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डा. सरिता यादव ने बताया कि फिलहाल सोनीपत, पानीपत, जींद, फरीदाबाद, गुरुग्राम सहित करीब आठ जिलों के सैंपल बीपीएस मैडिकल कालेज खानपुर कलां में जांच के लिए आ रहे हैं। इससे मैडिकल कालेज पर जांच के लिए समय बढ़ता जा रहा है। पिछले चार दिनों में सोनीपत से ही साढ़े तीन सौ से ज्यादा सैंपल कोविड जांच के लिए आए हैं। इस पर उपायुक्त डा. अंशज सिंह ने कहा कि सैंपल जांच के लिए एक मशीन और बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा दूसरे जिलों से सैंपल किसी अन्य लैब में जांच के लिए भेजने का आग्रह भी किया जाएगा। इस समय हरियाणा में चंडीगढ़ पीजीआई, कल्पना चावला मैडिकल कालेज करनाल, पीजीआई रोहतक और हिसार में सरकारी संस्थानों में सैंपल जांच की सुविधा है।
सभी कार्यों के लिए अलग-अलग अधिकारियों को सौंपें जिम्मेदारी
मीटिंग के दौरान चार्ज अधिकारी केएम पांडुरंग ने कहा कि कोविड अस्पताल घोषित होने के बाद पीजीआई खानपुर कलां की जिम्मेदारी महत्वपूर्ण हो जाती है। ऐसे में यहां यह सुनिश्चित करें कि जो स्टाफ ड्यूटी कर रहा है वह बाहर न घूमें और न ही कहीं जाए। सभी का यहां रहने का बेहतर ढंग से प्रबंध हो। इसके अलावा सुरक्षा, भोजन, रिहायस, वार्डों की साफ-सफाई, ट्रांसपोर्ट सहित सभी व्यवस्थाओं के लिए वरिष्ठ लोगों की जिम्मेदारियां तय करें। सभी के बीच बेहतर तालमेल भी हो। मीटिंग में जिला के चार्ज अधिकारी के मकरंद पांडुरंग, उपायुक्त डा. अंशज सिंह, बीपीएस मैडिकल कालेज की निदेशक डा. रेणु गर्ग, कोविड के नोडल अधिकारी डा. आनंद अग्रवाल, माईक्रोबायोलोजी की एसोसिएट प्रो. डा. सरिता यादव, डिप्टी नर्सिंग सुपरिटेंडेंट मुन्नी शर्मा, डा. रमिंद्र संधू सहित मैडिकल कालेज के वरिष्ठ चिकित्सक शामिल हुए।