देहरादून। प्रदेश के कृषि, कृषि विपणन, कृषि प्रसंस्करण, कृषि शिक्षा, उद्यान एवं फलोद्योग एवं रेशम विकास मंत्री सुबोध उनियाल ने विधान सभा स्थित कार्यालय कक्ष में ओलावृष्टि और वर्षा से कृषि और उद्यान में होने वाले नुकसान के आकलन के सम्बन्ध में बैठक ली। बैठक में जानकारी दी की ओलावृष्टि और वर्षा से कृषि और उद्यान में लगभग 26 करोड़ 34 लाख है के नुकसान की जानकारी मिली है। इनमें से 1 करोड़ 82 लाख का नुकसान देहरादून जनपद में हुआ है। इस सम्बन्ध में समस्त जनपदीय कृषि एवं उद्यान अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे ओलावृष्टि और वर्षा से होने वाले नुकसान की जानकारी सम्बन्धित एसडीएम के माध्यम से मण्डी को सूचना भेजें। इसके अतरिक्त फूल व्यवसायी एवं उत्पादकों को होने वाले नुकसान का भी आकलन किया जा रहा है एवं नुकसान की भरपाई के लिए भारत सरकार को पत्र लिखा जायेगा। बैठक में रिवर्स पलायन करने वाले लोगों को रोजगार देने के सम्बन्ध में निर्देश दिया गया कि विभिन्न सेक्टरों में योजनाऐं बनायी जायें। रोजगार एवं मार्केटिंग विपणन के लिए, हार्टिकल्चर मिशन एवं हार्टिकल्चर मार्केटिंग बोर्ड द्वारा रिटेल आउटलेट स्थापना की जायेगी। इस हेतु केन्द्र सरकार से सब्सिडी ली जायेगी तथा राज्य सरकार अपना राज्यांश में भी वृद्वि करेगी। समूह के द्वारा अपना बाजार आउटलेट, बागवानी फसलों के लिए कृषि उत्पादकों हेतु एक प्लेटफार्म तैंयार किया जायेगा। इस मॉडल द्वारा अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा। बंजर भूमि में प्रवासी नागरिकों के लिए खेती की सम्भावनाओं के लिए भी योजनाऐं बनाने का निर्देश दिया गया। इस अवसर पर निदेशक एच.आर.डी.आई. सी.एन.सनवाल, निदेशक चाय बोर्ड संजय श्रीवास्तव, निदेशक रेशम ए.के.यादव, संयुक्त निदेशक उद्यान डॉ0 रतन कुमार और डॉ. जगदीश चन्द्र, संयुक्त कृषि निदेशक दिनेश कुमार एवं उपनिदेशक उद्यान महेन्द्रपाल आदि अधिकारी मौजूद थे।
राठ विकास अभिकरण के पदों पर सदस्यों का मनोनयन, मंत्री धन सिंह रावत ने नए पदाधिकारियों को दी बधाई
देहरादून। राज्य सरकार ने प्रदेश में विकास को गति देना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी के तहत सरकार ने राठ विकास अभिकरण की पुनर्गठित साधारण सभा में अध्यक्ष और दो सदस्य पदों पर मनोनयन कर दिया है। यह साधारण सभा सहकारिता विभाग के तहत कार्य करेगी जो क्षेत्र में सहकारिता की गतिविधियों को बढ़ावा देगी। राज्य सरकार ने अभिकरण की पुनर्गठित साधारण सभा में अध्यक्ष पद पर शंकर सिंह रावत को नामित किया। जबकि दो क्षेत्रीय प्रतिनिधि के तौर पर महेश सिंह और वीरेंद्र सिंह को अभिकरण की पुनर्गठित साधारण सभा में सदस्य बनाया। राज्य सरकार द्वारा राठ विकास अभिकरण की पुनर्गठित साधारण सभा में अध्यक्ष एवं सदस्य पदों पर मनोनयन करने पर राठ क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। वहीं अभिकरण की पुनर्गठित साधारण सभा के अध्यक्ष और सदस्य मनोनित किये जाने पर प्रदेश के सहकारिता मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने नए पदाधिकारियों को बधाई दी। साथ ही उम्मीद जताई कि नवीन नामित पदाधिकारी राठ क्षेत्र में सहकारिता की गतिविधियों को विस्तार देते हुए क्षेत्र के विकास में अहम भूमिका निभायेंगे। ग्राम्य विकास विभाग के अधीन वर्ष 2014 में गठित राठ विकास अभिकरण की पुनर्गठित साधारण सभा में अध्यक्ष और दो सस्दयों का भी मनोनयन कर राज्य सरकार ने राठ क्षेत्र के विकास पर फोकस कर दिया है। सचिव सहकारिता विभाग आर. मिनाक्षी सुंदरम ने आदेश जारी कर थलीसैंण के पूर्व प्रमुख और ढ़ाईज्यूला पट्टी के बडेथ गांव के निवासी शंकर सिंह रावत को राठ विकास अभिकरण की पुनर्गठित साधारण सभा के अध्यक्ष पद पर नामित किया। शंकर सिंह रावत को पंचायत में काम का लम्बा अनुभव जिसका लाभ राठ क्षेत्र को मिलेगा। साथ ही क्षेत्र में सहकारिता के कार्यों को विस्तार और सहकारिता के जरिये रोजगार सृजन का लाभ भी स्थानीय लोगों को मिलेगा। वहीं साधारण सभा के सदस्य पद पर खिर्सू के धन्कुला गांव के महेश सिंह तथा पाबौं के सुंदियूं गांव के विरेंद्र सिंह रावत को नामित किया गया। वहीं अभिकरण की साधारण सभा का पुनर्गठन कर अध्यक्ष और सदस्य पद पर मनोनयन किये जाने पर स्थानीय लोगों ने सहकारिता मंत्री डॉ धन सिंह रावत का अभार व्यक्त किया। इस दौरान उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ के उपाध्यक्ष मातवार सिंह रावत ने राठ विकास अभिकरण की साधारण सभा का पुनर्गठन पर सहकारिता मंत्री डॉ धन सिंह रावत का आभार व्यक्त किया। साथ ही उम्मीद जताई कि अभिरकण राठ क्षेत्र में सहकारिता विभाग के अधीन विकास की गति को आगे बढ़ायेगा। वहीं इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि जगदीश मंमगाईं, निदेशक सहकारिता नरेंद्र रावत, सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र रौथाण संिहत कई लोगों ने डॉ धन सिंह रावत का आभार जताया और अभिकरण के नामित अध्यक्ष और सदस्यों को बधाई प्रेषित की। इसके साथ ही कई लोगों राठ विकास अधिकरण का पुनर्गठन करना सहकारिता मंत्री डॉ धन सिंह रावत की दूरदर्शी सोच बताई।