महिलाओं और बच्चों का रख रहे हैं विशेष ख्याल, सोशल डिस्टेंसिंग का भी रख रहे हैं ध्यान
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। कोरोना कोविड-19 की महामारी के दौरान जिला में बनाए गए विभिन्न शेल्टर होम इस समय यहां रहने वालों के लिए एकता का बड़ा केंद्र साबित हो रहे हैं। यहां रहने वाले सभी प्रवासी श्रमिक आपदा की इस घड़ी में एक दूसरे का प्रत्येक छोटी-बड़ी बात में ध्यान रख रहे हैं। यही नहीं दिन की शुरूआत सुबह योगा से होती है और शाम को भगवान की प्रार्थना के साथ सभी अपने-अपने बिस्तर में सोने के लिए जाते हैं। शहर के न्यू ब्रहम नगर की बात करें तो यहां पर मौजूदा समय में 91 प्रवासी श्रमिकों के रहने के लिए व्यवस्था की गई हैं। इनमें चार महिलाएं, चार बच्चे और बाकी पुरुष हैं। यहां प्रतिदिन की शुरूआत योगा के साथ होती है। इसके बाद सभी को चाय मिलती है और नाश्ता मिलता है। यही नहीं यहां रहने वाले इन श्रमिकों ने मिलकर फुटबाल की टीमें भी अपने लिए बना ली हैं और फुटबाल खेलते हैं। यहां की देखरेख की जिम्मेदारी संभाल रहे नायब तहसीलदार बलवान सिंह ने बताया कि दोपहर को लंच के साथ-साथ रात के डिनर में भी इनके खाने का पूरा ध्यान रखा जाता है। बच्चों के लिए दूध और बिस्कुट का प्रबंध भी है। इसके साथ ही मुरथल में 100, बीसवां मील में 150, गन्नौर में एक 63, दूसरी जगह गन्नौर में 135, खरखौदा में 44 और गोहाना में भी 35 श्रमिकों के रहने के लिए विशेष ध्यान रखा गया है।