कला अध्यापक नरेश आकाश ने बेजुबान जानवरों पर बनाई पेंटिंग, भारतीय संस्कृति में प्रत्येक जीव का अपना महत्व : नरेश आकाश
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। जिस्म को रोग मार देते हैं, प्यार को शौक मार देते हैं, इंसान खुद नहीं मरता उसे तो कुछ लोग जीभ के चटकारे लेने के चक्कर में मार देते हैं…. जहां पूरा विश्व कोरोना के खतरें से जीवन-मृत्यु से जंग लड़ रहा है। ऐसे में कुछ लालची देश और वहां रहने वाले जीभ के लालची लोग अजगर, चूहें, चमगादड, जंगली बिल्ली, कछुए, लोमडी, चीते के बच्चों को मारकर उनका मांस खाकर चटखारे लेने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। यही नहीं हद तो इस बात की है कि रिसर्च यह बताती है, इन जानवरों के मांस से खतरनाक वायरस फैलता है। सोनीपत के कला अध्यापक नरेश आकाश ने इन्हीं बेजुबान जानवरों के विषय में पेंटिंग बनाई। आकाश ने इनसे फैलने वाले वायरस से मानवता को बचाने के उद्देश्य से पेंटिंग बनाई है। जिसे कला अध्यापक नरेश आकाश देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रेषित करके उनसे अपील करेगें कि वे वेट मार्केट को बंद कराने को लिए जी20 की वर्चुअल बैठक में इस मुद्दे को अवश्य रखें। नरेश आकाश का कहना है कि भारतीय संस्कृति में प्रत्येक जीव का अपना महत्व है और प्रकृति का संतुलन बनाने में अहम योगदान निभाते हैं। जब भी देश में या विश्व में प्राकृतिक महामारी जैसी आपदा आती है तो हमें आत्ममंथन करके स्वंय का अवलोकन करके अपनी दिनचर्या में सुधार करना चाहिए। अन्यथा सृष्टि और सभ्यता का विनाश भी संभव हैं। नरेश आकाश ने आमजन से आह्वान किया कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि कुछ सावधानियां बरतने और अपने परिवार का ध्यान रखने की आवश्यकता है। पहले भी इस प्रकार की त्रासदियां आईं हैं, लेकिन मानव ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से उन पर काबू पाया है। इसी प्रकार हम सभी सरकार और प्रशासन द्वारा जारी हिदायतों व निर्देशों की अनुपालना करके अपने साथ-साथ दूसरों को भी इस बीमारी से बचा सकते हैं।