< रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत।< आगामी 18 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में केंद्र सरकार द्वारा आर्टिकल 334 अवधि विस्तार बिल पेश किए जाने की प्रबल संभावनाओं के मद्देनजर राष्ट्रीय जातिगत आरक्षण विरोधी पार्टी ने आज अनिश्चितकालीन सत्याग्रह प्रदर्शन के 576वें दिन जातिगत आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए प्रधानमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में केंद्र सरकार द्वारा जातिगत आरक्षण को बढ़ावा दिए जाने के खिलाफ 17 नवंबर से दिल्ली में जंतर-मंतर पर आमरण-अनशन शुरू करने की चेतावनी भी दी गई है। पार्टी महासचिव रविन्द्र जठेड़ी ने जानकारी देते हुए कहा कि लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में एससी, एसटी आरक्षण की वैधता अवधि 26 जनवरी, 2020 को समाप्त हो रही है। शीतकालीन सत्र में केंद्र सरकार द्वारा आर्टिकल-334अवधि विस्तार बिल पेश करने से रोकने और आरक्षण की समीक्षा कर जातिगत आरक्षण को खत्म करने की मांग को लेकर पार्टी के मिशन निर्णायक आंदोलन के तहत वे खुद 17 नवंबर से जंतर-मंतर पर आमरण-अनशन शुरू करने जा रहे हैं। इस दौरान हरियाणा रिटायर्ड कर्मचारी संघ के महेंद्र सिंह भनवाला, एटक के ओमकुमार जांबाज, इंटक के राजकुमार राणा, कामरेड अमरजीत, नफे सिंह मलिक, रामदिया गहलावत ने पहुंच कर आमरण अनशन के फैसले का स्वागत करते हुए समर्थन किया है। उन्होंने बताया कि आमरण अनशन बारे दिल्ली पुलिस व प्रधानमंत्री जी को लिखित सूचना दे दी गई है। इस मौके पर पार्टी के युवा अध्यक्ष सुखमेंद्र सिंह खरब सहित हरियाणा प्रभारी राकेश धारीवाल भी मौजूद रहे।