मलेरिया व डेंगू से बचाव के लिए जन जागरूकता अभियान चलाएं : डा. अंशज सिंह
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत।< उपायुक्त डॉ अंशज सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को लघु सचिवालय में जिला स्तरीय मलेरिया वर्किंग कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में मलेरिया, डेंगू व चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए किए गए प्रबंधों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि मच्छरों से बचाव के लिए समय रहते दवा का छिडकाव कराए तथा लोगों को इस बारे में जागरुक करें कि वे मलेरिया होने की दिशा में पूरा ईलाज ले जब तक खून से मलेरिया का वायरस खत्म न हो। उन्होने बताया कि मलेरिया का वायरस बुखार ठीक होने के बाद भी खून में रहता है तथा जिस व्यक्ति के खून में मलेरिया वायरस है तो उस व्यक्ति उस को काटने वाला मच्छर यदि किसी दुसरे व्यक्ति को भी काटता है तो उसमें भी मलेरिया का वायरस पहुच जाता है। उन्होंने बताया कि गांवों के तालाबों में गंबूजिया मच्छली भी डाली जाए जो मलेरिया फैलाने वाले मच्छर को समाप्त करती हंै। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन गांवों में फोगिंग मशीन नहीं हैं, वहां पर पंचायतीराज के माध्यम से फोगिंग मशीन खरीदी जाएं तथा शैड्यूल बनाकर फोगिंग का कार्य करवाया जाए। उन्होंने कहा शहर व गांवों में पानी लीकेज वाली जगहों को दुरुस्त किया जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी वस्तु व जगह पर अनावश्यक रुप से पानी को इकट्ठा न होने दे ताकि वहां मच्छर पैदा होने की संभवना न हो। उन्होंने कहा कि स्कूलों में बच्चों व शिक्षकों को मलेरिया, डेंगू व चिकनगुनिया आदि से बचाव के लिए जागरूक करने हेतू विशेष अभियान चलाया जाए। जिला मलेरिया अधिकारी डा. आदर्श शर्मा ने बताया कि सामान्य अस्पतालों में मलेरिया, डेंगू व चिकनगुनिया के टेस्ट फ्री किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि मलेेरिया की रोकथाम के लिए स्वास्थ विभाग द्वारा समय-समय पर मच्छर दानी भी प्रदान की गई थी जिसके कारण जिले में मलेरिया के केस कम हुए है। उन्होंने जिले में मलेरिया की पूर्णरूप से रोकथाम के लिए सभी विभागों को आपसी तालमेल के साथ प्रयास करने को कहा। इस मौके पर एडीसी जयबीर सिंह आर्य, एसडीएम गन्नौर सुरेंद्र पाल, सीएमओ डा. अश्वनी मदान, डा. जयकिशोर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।