सिरसा डकैती मामले में एक आरोपी सहित 4 काबू

\राजेंद्र कुमार, सिरसा< । हरियाणा के सिरसा में पिछली 24 जुलाई को अनाज मंडी में एक व्यापारी की दुकान से हुई 13 लाख की डकैती मामले में पुलिस ने अह्म सुराग जुटाते हुए एक आरोपी सहित 4 लोगों को काबू किया है जिनमें मामले के मुख्य साजिशकर्ता की मां भी शामिल है। पुलिस ने इनसे 1 लाख 64 हजार रूपए बरामद किए हैं। पुलिस ने दावा किया है कि शेष आरोपियों की पहचान कर ली गई है। सिरसा शहर पुलिस ने 24 जुलाई को पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ डकैती को अंजाम देने के आरोप में मामला दर्ज किया हुआ है। बता दें कि हरियाणा व्यापार मंडल ने पुलिस को बुधवार तक आरोपियों की गिरफ्तारी न होने की सूरत में सिरसा बंद का अल्टीमेटम दिया हुआ है। सिरसा के पुलिस उपाधीक्षक आर्यन चौधरी ने आज बाद दोपहर यहां आयोजित एक पत्रकारवार्ता में बताया कि इस डकैती में जिले के गांव बहावदीन हॉल सिरसा निवासी अमर बहाुदर मुख्य साजिशकर्ता था। इसने राकेश निवासी श्यामसुख (हिसार),इस्तहार,कुलदीप व मनीष निवासी कानपुर के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। ये लोग वारदात के बाद पंजाब के सरदुलगढ़ की ओर भागे ओर जाते समय अमरबहादुर ने अपनी माँ के लिए 50 हजार रूपए अपने दोस्त लवप्रीत निवासी झंडा कलां को थमाए। उन्होंने बताया कि आरोपी राकेश को आज डिंग मोड़ में रोहित मिश्रा के साथ दबोचा गया। राकेश अपनी ननिहाल डिंग मंडी आया हुआ था ,जिससे मिलने रोहित मिश्रा पहुंचा था। कुख्यात रोहित मिश्रा निवासी ओरियां ,(उत्तरप्रदेश) पर पर वारदात को अंजाम देने के लिए अपने गुर्गे अमर बहादुर की मांग पर सिरसा भेजने का आरोप है। उन्होंने बताया कि सिरसा अनाज मंडी में दुकान संख्या 102 के व्यापारी विनोद अग्रवाल से लूटी गई 13 लाख की राशि में से पुलिस ने एक लाख 64 हजार रूपए बरामद कर लिए। यह राशि राकेश से एक लाख 2 हजार रूपये,हरजीत कौर से 50 हजार रूपये व रोहित मिश्रा से 12 हजार रूपए के तौर पर रिकवर की गई है,इसके अलावा पुलिस ने रोहित मिश्रा से एक देशी कट्टा व 3 कारतूस भी बरामद किए हैं। लूट की राशि से फतेहाबाद से एक एंड्रयाड मोबाइल फोन भी खरीदना बताया गया है जिसे बरामद कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि लवप्रीत व अमरबहादुर की माँ हरजीत कौर को 14 दिनों की न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है जबकि रोहित व राकेश का कल न्यायालय में पेश कर रिमांड लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि वारदात में संलिप्त मनीष,कुलदीप व इस्तहार रोहित मिश्रा उर्फ लंगड़ा के उत्तरप्रदेश की इटावा जेल में संपर्क में आए थे,जिसके बाद वे वारदातों को अंजाम देने लगे। जहां पुलिस वारदात की तह तक जाने के दावे ठोक रही है वहीं फिलहाल डकैती की वारदात को अंजाम देने के मुख्य साजिशकर्ता अमरबहादुर,आरोपी मनीष,कुलदीप व इस्तहार पुलिस की चुंगल से बाहर हैं। अमर बहादुर पर विभिन्न थानों में लूट की वारदातों को जन्म देने के छह मामले दर्ज हैं जिनमें एक वारदात सिरसा के सुरखाब चौक के पास व्यापारी अनुपम सिंगला के मुनीम से 26 लाख रूपयों से भरा बैग लुटना भी शामिल है।
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