घग्घर नदी में जलभराव से तटबंध से फसलों में जलभराव
अधिकारियों ने दौरा कर लिया स्थिति का जायजा<
राजेंद्र कुमार, सिरसा। हरियाणा में सिरसा के साथ से गुजरती घग्गर नदी में हिमाचल के निचले इलाकों व अम्बाला क्षैत्र में हुई बारिश के जलभराव होने से घग्गर नदी उफान की ओर बढ़ रहा है। नदी तटबंध में आज मल्लेवाला गांव के पास रिसाव होने से सैंकड़ों एकड़ में खड़ी धान व कपास की फसल में जलभराव हो गया। वहीं खेतों में ट्यूबवेल व खेतों में बनी ढाणियां पानी में घिर गई। वहीं गांव खैंरेकां के पास राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 09 पर बने पुल में एक बार फिर दरार आ गई जिस पर नेश्नल हाईवे अथॉरिटी ने काम शुरू कर दिया है। बता दें कि घग्गर के बैड क्षैत्र में किसानों ने अनाधिकृत तौर टयृबवैल लगाकर दूर खेतों तक पाईपलाइन बिछासकर सिंचित जल लेकर जाते हैं,यही पाईपलाइन घग्गर नदी के तटबंध में पानी रिसाव व कटाव का कारण बनते हैं। इन अवैध तौर पर लगे टयूबवैलों के बारे में कई बार दूसरे किसानों ने जिला प्रशासन से शिकायत भी की मगर सिंचाई विभाग के अकधिकारियों से मिलीभगती के चलते उन पर कोई कार्यवाही नहीं हो पाई। सरपंच प्रतिनिधि दर्शन सिंह, मिठू सिंह, कुलदीप सिंह, गुरदीप सिंह आदि अनेकों कि सानों ने बताया कि सरकारी बांध में भी पानी की लिके ज हो गई थी लेकि न समय पर पता चलने पर जेसीबी मशीन क ी सहायता से लिके ज बंद क र बांध को मजबूत किया गया। आज बड़ागुढ़ा के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी वेदपाल सिंह ने भी नेजाडेला, मल्लेवाला, नागोकि, रगा, लहंगेवाला आदि गांवो में जाकर घग्घर नदी के कि नारे स्थिति का जायजा लिया। लहंगेवाला में ग्रामीणों की ओर से खाली बैग व डीजल आदि की मांग की गई। जिस पर उन्होंने ग्रामीणों को कार्य शुरू क रने की बात क रते हुए डीजल आदि उपलब्ध क राने का भरोसा दिलाया। वहीं दूसरी ओर कालांवाली के पुलिस उपाधीक्षक नर सिंह उनके साथ एएसआई रण सिंह थाना रोड़ी पुलिस ने भी लहंगेवाला आदि गांवो में घग्घर नदी के बांध पर जाक र कि सानों क ो मिलकर स्थिति क ा जायजा लिया। गांव लहंगेवाला के सरपंच संदीप सिंह, गगनदीप, सरु प सिंह, मेवा सिंह, जगसीर सिंह, अमरिक सिंह, बलविंद्र सिंह, नरेन्द्र मैहता मुसाहिब वाला, सतपाल, त्रिलोचन सरपंच अलीका, बलवीर सरपंच नागोकि , मेवा सिंह, गैरी चहल आदि ने बताया कि घग्गर नदी में लगातार बड़ी तेजी के साथ घग्घर नदी क ा जलस्तर बढऩे लगा है जिससे घग्घर नदी के तटवर्तीय गांवो के लोगों की चिंता सताने लगी है। ग्रामिणों का क हना है कि वर्षों पुराने तटबंध क मजोर होने के कारण बाढ़ की स्थिति में टुट सक ते हैं। इसलिए यदि समय रहते आवश्यकता अनुसार मिट्टी डालक र क टों व घग्गर नदी के तटबंधों को मजबूत कि या जाए तो बाढ़ के बाद कि सी तरह की दिक्कत नहीं आयेगी।