स्वतंत्रता सैनानी जगीर सिंह पंचतत्व में हुए विलीन
राजकीय सम्मान के साथ स्वतंत्रता सेनानी जगीर सिंह का दी गई अंतिम विदाई
पिहोवा। देश की आजादी की लडाई में अपना बहुमूल्य योगदान देने वाले गांव कराह साहिब निवासी स्वतंत्रता सैनानी जगीर सिंह पंचतत्व में विलीन हो गए। सरकार व प्रशासन की ओर से उनके अंतिम संस्कार पर गांव कराह साहब में एसडीएम पिहोवा निर्मल नागर ने अपनी श्रृद्घाजंलि दी और स्वतंत्रता सैनानी जगीर सिंह को राजकीय सम्मान के साथ भावभीनी विदाई दी गई। पिहोवा के गांव कराह साहब से स्वतंत्रता स्वर्गीय जगीर सिंह के परिजनों ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी जगीर सिंह का जीवन संघर्ष भरा रहा। उन्होंने अपने जीवन में देश को आजाद करवाने का जो बीडा उठाया था, उसकी पूर्ति के लिए आजाद हिन्द फौज के संस्थापक सुभाष चंद्र बोस के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर पूरा करने का प्रयास किया। जगीर सिंह ने आजादी की लडाई के दौरान कई दिन भूखे रहकर आजाद हिन्द फौज का हिस्सा होते हुए ब्रिटिश साम्राज्य के विरूद्घ आवाज बुलंद की। जिसके चलते जगीर सिंह को अनेकों प्रकार की परेशानियों व दिक्कतों के दौर से भी गुजरना पडा, गत वर्ष उन्होंने जंगे ए आजादी की गाथा सुनाते हुए बताया था कि ना दाल ना रोटी रोजाना मिलने वाले एक कटोरी चावल पर 7 साल सिंगापुर में रहे। इतना ही नहीं खम्बों के साथ बांधकर सैनिकों के साथ होने वाले अत्याचारों को भी अपनी आंखों देखा। इन अत्याचारों को देखकर भी आजादी के दीवानों के पैर डगमगाए नहीं। आखिरकार आजाद देश भारत में खुली हवा में सांस लेने का मौका मिला। इस मौके पर एसडीएम पिहोवा निर्मल नागर ने जगीर सिंह को श्रद्घांजलि भेंट करते हुए कहा कि स्वतंत्रता सेनानी हमारे देश का सिरमोर है। उनके द्वारा आजादी की लडाई में दिए गए बलिदान व योगदान के कारण ही हम आज आजादी की खुली हवा में सांस ले रहे है। उन्होंने युवा पीढी से आह्वïान किया कि वे स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा देश की आजादी की लडाई के दौरान दिए गए बलिदान को याद रखें। इस मौके पर प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा भाजपा के नेता व पूर्व मंत्री बलबीर सैनी, चेयरमैन हरपाल सिंह चीका सहित क्षेत्र के अनेक गण्यमान्य लोग स्वतंत्रता सेनानी जगीर सिंह को अपनी श्रद्घांजलि देने के लिए पहुंचे।