डीएवी स्कूल के टीचरों की समस्या का जल्द समाधान कराए सरकार : किशोर
>रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। स्थानीय पुलिस लाइन स्थित डीएवी स्कूल के प्रिंसिपल द्वारा अध्यापिकाओं को प्रताडि़त करने व नौकरी से निकालने के विरोध में उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरने पर बैठी अध्यापिकाओं को छात्र अभिभावक संघ के संयोजक विमल किशोर तथा सोनीपत विकास मंच के अध्यक्ष सतपाल अहलावत समर्थन देने पहुंचे। मौके पर छात्र अभिभावक संघ के संयोजक विमल किशोर ने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी शंभू दयाल स्कूल की अध्यापिकाओं को नौकरी से निकाला गया। उसके बाद मालवीय स्कूल को जब हिंदू संस्था ने टेकओवर किया तो मालवीय स्कूल की दर्जनों टीचरों को नौकरी से निकाला गया। प्राइवेट स्कूलों में महिला टीचरों का उत्पीडऩ लगातार जारी है। जिसकी शिकायतें कई बार छात्र अभिभावक संघ के संज्ञान में लाई गई। जिसमें टीचरों से अधिक पैसों पर हस्ताक्षर करवा कर कम पैसे तनख्वाह देना, कुर्सी पर बैठकर पढ़ाने की बजाय टीचरों को कक्षा में खड़े होकर पढ़ाने के लिए बाध्य करना, जिसको जब चाहे नौकरी से निकाल देना आदि कई तरीकों से प्रताडि़त करने बारे शिकायतें आती रही हैं। जिसका मुख्य कारण सोनीपत में प्राइवेट स्कूल टीचरों की एसोसिएशन का न होना। जिसके कारण प्राइवेट स्कूल संचालक तानाशाही दिखाते हुए मनमानी करते हैं। विमल किशोर ने आह्वान किया कि पूरे सोनीपत के प्राइवेट स्कूलों के टीचरों की एसोसिएशन बनाई जाएगी जो टीचरों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद करेगी। जल्द ही सभी स्कूलों की टीचरों की बैठक कर सोनीपत प्राइवेट स्कूल टीचर एसोसिएशन का गठन किया जाएगा। इस मौके पर सोनीपत विकास मंच के अध्यक्ष सतपाल अहलावत ने कहा प्राइवेट स्कूलों की मनमानी नहीं चलने देंगे। अध्यापिकाओं का उत्पीडऩ बर्दाश्त नहीं होगा। यदि जल्द ही डीएवी स्कूल में अध्यापिकाओं को वापस नौकरी पर नहीं लिया तो होगा बड़ा आंदोलन।